औषधि से कम नहीं है नीम, दूर करती है ये 6 बीमारियां लगभग 4000 वर्षों से आयुर्वेद में नीम का औषधीय उपयोग किया जा रहा है और आयुर्वेद में इसे ‘सर्वरोग निवारिणी’ भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है- सभी तरह के रोगों का निवारण करने वाला। आयुर्वेद में ‘नीम’ बेमिसाल औषधि मानी जाती है, क्योंकि नीम से हर तरह के रोगों का इलाज संभव है। नीम में एंटीबायोटिक तत्व भरपूर मात्रा में होता है, जो रोगों को दूर रखने का काम करता है। नीम स्वाद में कितना भी कड़वा हो लेकिन बीमारियों के लिए उतना ही लाभकारी होता है। लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, नीम का पेड़ त्वचा संक्रमण, घाव और फंगल इंफेक्शन जैसी कई बीमारियों का इलाज है। औषधियों का खजाना है नीम- नीम के पेड़ का हर एक भाग महत्वपूर्ण होता है नीम के फल, बीज और पत्ते, इन सभी से तेल निकाला जाता है और इसी तेल का उपयोग त्वचा से संबंधित बीमारियों और अन्य कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। ज्यादातर नीम का इस्तेमाल त्वचा संबंधी बीमारियों के लिए किया जाता है जैसे- एक्जिमा और सोरायसिस जैसी बीमारियां इससे जल्दी ठीक हो सकती हैं, लेकिन एंटीबायोटिक गुणों ...